तहसील में हर पटल पर प्राइवेट कर्मियों का बोलबाला 

जहाँ एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार का फरमान है कि सरकारी सभी विभागो में हर पटल पर प्राइवेट कर्मचारीयो द्वारा कार्य करने पर रोक लगाई जाय,वहीं मछलीशहर तहसील परिसर में मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार करते जीरो टॉलरेंस की धज्जियां उड़ाते हुए उप निबंधक कार्यालय से लेकर  उपजिलाधिकारी,तहसीलदार न्यायालय  सहित सभी पटलो  पर प्राइवेट कर्मचारी द्वारा धनउगाही की जा रही है। आए दिन प्राइवेट कर्मचारियों व अधिवक्ताओं के बीच झड़प होती रहती है। वहीं तहसील प्रशासन मौन साधे हुये है, इससे प्रतीत होता है कि जितने भी प्राइवेट कर्मचारी सरकारी पटल पर कार्य कर रहे हैं कहीं ना कहीं तहसील प्रशासन की मिली भगत से यह कार्य हो रहा है जिसको लेकर कुछ अधिवक्ताओं में आक्रोश है। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने नेक इरादों के साथ अपनी साफ सुथरी छवि प्रदेश के अंदर बनाने के लिए प्रदेश के हर जिलों में सरकारी दफ्तरों से प्राइवेट कर्मियों को हटाकर हर दफ्तर को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाह रही है। वहीं उसी सरकार के अधिकारी व कर्मचारीगण सरकार की इस महत्वाकांक्षी मनसा पर दिन रात पानी फेर रहे हैं।

रिपोर्ट-कृष्ण कुमार तिवारी